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Jagannath temple history in Hindi। जगन्नाथ मंदिर हिस्ट्री इन हिंदी

  jagannath temple ओडिशा राज्य के पुरी जिले में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है jagannath tample में श्री जगन्नाथ या (श्री कृष्ण) की भव्य मूर्ति रखी हैं। 

Jagannath temple built जगन्नाथ मंदिर बनने का काम वर्ष 1135 को महाराजा कोडगंगा द्वारा शुरू किया गया था पर कुछ (Jagannath temple) mystery के कारण उसका काम बीच में ही रोक दिया गया था फिर इसे वापस 12 वी शताब्दी में वह के पहले राजा अनंतवर्मन चोदगंगा ने 1174 में इस मन्दिर को बनाकर पूरा किया। jagannath tample hight जगन्नाथ मन्दिर की ऊंचाई 65 मीटर यानी 213 फीट है और ये मंदिर 4 लाख वर्ग फुट में फैला हैं इस मंदिर को इक खास बात और हैं की इसके गुंबद की कभी छाया या परछाई नही बनती है।

Jagannath temple को बनाने का contract राजा ने कलिंगा वास्तुकला नामक एक कंपनी को दिया था जिसके मालिक इंद्रादयामाना थे। 

Odisha, puri
Jagannath temple image 


ये मंदिर अपनी वार्षिक ( साल में एक बार) होने वाली रथ यात्रा या रथ उत्सव के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है  याहा की रथ यात्रा को देखने के लिए हर साल भक्त बहुत भारी संख्या में आते है  इस विशाल रथ यात्रा में वाहा के तीन प्रमुख देवता जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को विशाल और विस्तृत रूप से सजाया जाता है और फिर सजाने के बाद इन देवताओं की यात्रा निकाली जाती है। और फिर ओडिशा के अधिकांश हिंदू मंदिरों में पाए जाने वाले पत्थर और धातु के चिन्हों पर बनी विपरीत प्रकार की देवताओं की आकृति या छवि जिसे इंग्लिश में (जगनोर्ट) कहा जाता है उसे भी देखने के लिए भक्तो की लंबी लाइन लगी होती है क्योंकि ये हर 12 से 19 सालो में वाहा के प्रत्येक धामों में रखे जाते है। 

मंदिर सभी हिन्दुओं के लिए पवित्र स्थल है और विशेष रूप से वैष्णव परंपराओं में जगन्नाथ मंदिर से रामाजुनचार्य, माधवचार्य, मिंबाकचर्या और वल्लभचार्य जैसे महान सन्त यहां के मंदिरो से जुड़े है यह पर रामाजुन के इस मंदिर के पास एमर मठ नाम से एक मठ भी हैं।  

जगन्नाथ मंदिर की देखरेख कौन करता है 

जगन्नाथ मंदिर की देख रख और इसका सारा हिसाब मदल पंजी करता है। मदल पंजी के पास भगवान जगन्नाथ और जगन्नाथ मंदिरो और इसके सारे धमो और ओडिशा के सभी ऐतिहासिक घटनाओं का वर्णन रहता है। इस पंजी के आरम्भ होने की कोई जानकारी या तिथी तो नही हैं पर इसका अनुमान लगाया जा सकता है लोगो का कहना है की ये पंजी 13वी या 14वी शताब्दी में आरंभ हुए थी पर ये भी कोई पक्का नही ह की कब से हुए है ये बहुत ही अच्छी पंजी हैं। इस पंजी की तुलना कश्मीर की राजतरंग्नी श्रीलंका की राजवाराम और असम की बुरुजी से की जाती है। इस पंजी में गद्य का प्रयोग किया गया हैं।

 जगन्नाथ मंदिर आक्रमण किसने किया

 ये मंदिर जीतना विशाल है तो उतना ही धनवान भी है इस मंदिर की दौलत को हत्याने के लिए इसमें कई बार हमले हुए हैं  इस मंदिर में 17 बार आक्रमण किया गया और लिटा गया था इस मंदिर पर पहला हमला 

  •  पहला हमला 

इस मंदिर पर पहला हमला सन 1340 को बंगाल के राजा सुल्तन इलियास ने किया था। 

  • दूसरा हमला 

इस मंदिर पर दूसरा हमला सन 1360 दिल्ली के सुल्तान फिरोज़ शाह ने किया था। 

  • तीसरा हमला 

इस मंदिर पर तीसरा हमला 1509 को बंगाल के सुल्तान अलाउद्दीन शाह ने किया था। 

  • चौथा हमला 

इस मंदिर में चौथा हमला सन 1568 को काला पहाड़ नाम के अफ़गानियो ने किया था और इस मंदिर को पूरी तरह बरदाब कर दिया था। 

  • पचवा हमला 

इस मंदिर पर पांचवा हमला सन 1592 को ओडिशा के सुल्तान ने ईशा ने ही अपने बेटे उस्मान,सुलेमान ओर कुथ खान के साथ मिलकर किया था। 

  • छठवां हमला 

इस मंदिर पर छठवां हमला 1601 में बंगाल के राजा इस्लाम खान ने किया था। 

  • सतवा हमला 

इस मंदिर पर सतवा हमला सन 1608 को ओडिशा के ही शुबेदार हाशिम खान और उनके साथियों ने किया था। 

  • आठवां हमला 

इस मंदिर पर आठवां हमला सन 1609 को फिर से ही ओडिशा के सूबेदार हाशिम खान ने अपने हिंदू साथियों के साथ किया था। 

  • नौवां हमला 

इस मंदिर पर नौवां हमला सन 1611 को अकबर के 9 रत्नो में शामिल राजा टोडरमल के बेटे कल्याणमल ने किया था। 

  • दसवां हमला 

इस मंदिर पर दसवां हमला भी कल्याणमल ने ही 1713 में किया था। 

  • 11वा हमला 

इस मंदिर में 11वा हमला सन 1617 को दिल्ली के बादशाह जहांगीर ने किया था। 

  • 12वा हमला 

इस मंदिर में 12वा हमला सन् 1621 में ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा अहमद बैग के किया था। 

  • 13वा हमला 

इस मंदिर में 13वा हमला सन 1641 को मिर्जा अहमद बैग के बेटे मिर्जा मक्की ने किया था। 

  • 14वा हमला 

इस मंदिर पर 14वा हमला भी मिर्जा मक्की के ही करीब 1643 को किया था। 

  • 15वा हमला 

इस मन्दिर पर 15वा हमला अमीर फतेह खान ने किया था और इसने मंदिर के सभी हीरे मोती को चुरा लिया था और मुर्तिओ को तोड़ दिया था। 

  • 16वा हमला 

इस मंदिर पर 16वा हमला मुगल बादशाह औरंगजेब ने सन 1692 को किया था औरंगजेब ने इस मंदिर की बहुत बुरी हालत कर दी थी औरंगजेब इस मंदिर को समाप्त करना चाहता था। पर वहा के निवासी ने ऐसा नहीं हीने दिया। समस्या को देखते हुए औरंगजेब ने मंदिर को नहीं तोड़ा लेकिन इस मंदिर को बंद कर दिया गया था। फिर इस मंदिर को औरंगजेब की मृत्यु के बाद 1707 को फिर खोला गया। 

  • 17वा हमला 

इस मंदिर में 17वा और आखिरी हमला 1699 को मोहम्मद तकी खान ने किया था। उनसे इस मंदिर का सारा खजाना लूट लिया था और कुछ मूर्ति को तोड़ दिया था वहा के पुजारी और कर्मियो ने मूर्ति को बचाने के लिए उसे हैदराबाद में छुपा दिया था। 

आपको लोगो के द्वारा Google question hud में पूछे गए कुछ सवालों के जवाब। 

1.जगन्नाथ मंदिर जनता के लिए अगस्त माह 2021मे कब खुले गा? 

16 अगस्त 2021।

2. जगन्नाथ पुरी टेंपल की हाइट कितनी है? 

ऊंचाई 65 मीटर (213 फीट) और ये 4 लाख वर्ग फिट में फैला हैं। 

3. jagannath temple kie nirmana karithile 

Complete 1174 anatvarman chodganga।

4.Puri Jagannath Temple nearest police station name

Town police station grand road near jagannat tample puri।

5. puri jagannath swami 

Shri Jagannath Swami lord Krishna।

 तो आशा करता हु में की आपको ये जानकारी बहुत पसंद आय होगी अगर आपको कोई शिकायत का कोई परेशानी हैं तो आप मुझे commemt कर सकते हैं। तो चलिए में मिलता ही आपसे अगले blog में तब तक के लिए बाय 

धन्यवाद



 



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