जानिए कोन है waseem rizvi
Waseem rizvi इक शिया मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखते है। वसीम रिजवी का जन्म लखनऊ में हुआ था waseem rizvi 1995 में उत्तर प्रदेश के शिया सेंट्रल बोर्ड के चेयरमैन बने थे और 2020 को उनको यह पद से हटा दिया गया था।
वसीम रिजवी पेशे से एक डिबेटर, फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ है जिन्होंने ने 29 मार्च 2019 को राम की जन्मभूमि नाम की फिल्म भी बनाई है उस फिल्म को वसीम ने खुद लिखा और डायरेक्ट दोनो किया है। Waseem rizvi की फिल्म में गोविंद नामदेव, मनोज जोशी, सुनीता गुप्ता और रीमा मिश्रा देखने को मिले थे वसीम रिजवी के ये फिल्म फ्लॉप साबित हुए थी।
Waseem rizvi wife name वसीम रिजवी की पत्नी का नाम फरहत है और इनके शायद 3 या 4 लड़के है परन्तु ये अच्छे से ज्ञात नही है कितने है waseem rizvi wife का नाम फरहत है और इनकी फरहत से शादी 1980 से 1985 के बीच हुए थी।
Waseem rizvi politics career
वसीम रिजवी का पॉलिटिक्स करियर या राजनीति करियर सन् 2000 में शुरू हुआ था जो लखनऊ के इक पुराने कश्मीरी मोहले से समाज वादी पार्टी के पार्षद के रूप में चुनाओ लड़ा था और जीते भी थे।
फिर करीब 8 साल बाद 2008 में waseem rizvi को उत्तर प्रदेश के शिया सैंट्रल बोर्ड ऑफ वक्फ का चेयरमैन बना दिया गया था
फिर 2012 में वसीम रिजवी को धन या पैसे को चोरी के आरोप में उनको शिया सभा से बाहर निकल दिया गया था पर वसीम रिजवी का ये कहना था की मेने कोई चोरी नही की है लेकिन लोगो ने उनकी एक नही सुनी और बाद में वसीम ने अदालत का सहारा लिया और इक केश दर्ज कर दिया था और वसीम वो केश जीत भी गए थे कैश जितने के बाद वसीम को वापस सभा में शामिल कर लिया गया था।
Waseem rizvi Controversies
अब तो वसीम रिजवी आय दिन कई विवादो में आते रहते है लेकिन सबसे पहले waseem rizvi controversies में जब आए तब उन्होंने जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा ओर इस पत्र में लिखा था की उत्तर प्रदेश और भारत देश के सभी मदरसों को बंद कर दिया जाए और साथ ही ये कहा था की मदरसों में शिक्षा के बजाए बच्चो को आतंकवादी बनाने की शिक्षा मिलती है।
मदरसों में पढ़ाने वाले मौलाना उनका गलत इस्तेमाल कर है और हिंदू के प्रति जहर घोलते है जोकि बहुत गलत है ओर हिंदुओ के मां बहनों के साथ बलात्कार जैसी कई साजिश करते है। बस वसीम का ये बयान आते ही सभी मुस्लिम और शिया वर्ग के लोग वसीम रिजवी में टूट पड़े और इनको गलत साबित करने लगे।
उनके इस बेतुके बयान से सभी लोग बहुत गुस्सा हुए और उनके नाम पर पुलिस कंप्लेन भी कर दी गई थी।
और इसका ये बयान आते ही बरेली के इक धार्मिक संगठन ऑल इंडिया फैजाने-ए-मदीना काउंसिल (ALFMC) में वसीम का सिर कटने वाले को 10 लाख 786 रुपए का इनाम रखा था और साथ ही उस वक्ति को मुफ्त हज यात्रा देने की घोषणा भी को थी।
2020 controversies
ये मामला शान्त हुआ ही नही था वसीम रिजवी फिर से नई विवाद में आ गए जनवरी 2020 में उन्होंने कहा कि हमे प्राकृति के साथ खिलवाड़ नही करना चाहिए बे वहाज किसी भी जानवरो को नही मरना चाहिए इसने उत्तर प्रदेश सरकार ओर भारत सरकार से अपील की भारत की सभी मीट घोस्ट की दुकानें बंद कर दी जाए और मीट कटने वाले को कड़ी से कड़ी सजा सुनाई जाए और मुसलमानों को बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाया जाए। ये बयान के बाद वसीम को इस्लाम से निकलने की बात होने लगी।
Waseem rizvi petition
वसीम रिजवी अभी पहले विवादो से बाहर निकले ही नहीं थे और उन्होंने दूसरा विवाद खड़ा कर दिया
वसीम ने सुप्रीम कोर्ट में 12 मार्च 2021 को एक याचिका दर्ज की जिसमे उसने पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ को 21 आयतों को निकले की बात कही और कहा कि ये 26 आयते कुरान का हिस्सा नही है इसे बाद में कुरान में डाला गया था जो आतंकवाद के बड़वा देती है।
बस इसकी ये याचिका सुनते ही शिया और सुन्नी मुस्लिम के सभी लोग काफी गुस्सा हुए और सभी ने उनकी बहुत निंदा की और सभी ने इसकी गिरफ्तारी को मांग की और साथ ही भाजपा के कुछ नेताओं ने भी वसीम कॉफी विरोध किया।
और मुरादाबाद के इक वकील ने तो वसीम का सिर कटने वाले को 11 लाख रुपए देने का एलान किया था और साथ उत्तर प्रदेश के इक और मुस्लिम समुदाय ने वसीम का सिर कटने वाले को 20,000 हजार रुपए देने का एलान किया है।
Waseem rizvi book
Waseem rizvi नवम्बर 2021 को सबसे बड़े विवाद में आए जब उन्होंने मुहम्मद नाम की एक किताब लिखी ओर डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती के साथ पब्लिश की सरस्वती तो हमेशा मुस्लामो को गलत और इस्लाम खतम करने को बात करता है।
मोहम्मद पुस्तक में वसीम ने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में बहुत ही गलत गलत छापा था। उस पुस्तक में ये लिखा था को मोहम्मद एक डाकू था लुटेरा था और बलात्कारी था इसके साथ साथ और भी कई अपमानजनक बाते इस किताब में लिखी थी। इस किताब का pdf आप click here में क्लिक करके डाऊनलोड कर सकते है।
उस किताब के आते ही सभी धर्म गुरू ने उनका जमकर विरोध किया और हैदराबाद के सांसद अकबरुद्दीन ओवैसी और कई लोगो ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को बात कही।
ये सब होते ही वसीम को इस्लाम की निकल दिया गया था फिर उसने 6 दिसंबर 2021 को डासना के पुजारी नरसिंहानंद सरस्वती की उपस्थिति में हिन्दू धर्म अपना और अपना नाम वसीम रिजवी से बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया।
आप के द्वारा पूछे गए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को लेकर कुछ सवाल।
1) Wasim Rizvi real home address
रिजवी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला के रहने वाले हैं।
2) Wasim Rizvi family members
Waseem rizvi family में उनका एक छोटा भाई पत्नी उनकी मां और दो बच्चे है।
3) How many cases have been filed on Waseem Rizvi?
इतना तो ज्ञात नही है लेकिन 2018 से लेकर अभी तक एक ना एक केस दर्ज हो ही रहे हैं।
4) Voters name who give vote to Waseem Rizvi in 2021
डासना मंदिर के मुख्या पुजारी यति नरसिहानद सरस्वती।
5) What is the option left for Wasim Rizvi after rejection of petition ?
कोर्ट द्वारा उनकी याचिका समाप्त होने के बाद उनको मुस्लिम समाज से निकल दिया गया और उसने हिंदू धर्म को अपना लिया।
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